बिहार के 77 हजार प्रारंभिक विद्यालयों के साथ साथ सभी माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों से छात्रों के 75% उपस्थिति वाली शर्त सरकार ने हटायी....मिलेगा सभी छात्रों को लाभ
Patna:-कोरोना के कारण भले ही वर्तमान 2020-21 शैक्षिक सत्र बुरी तरह प्रभावित रहा हो, लेकिन राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकित सभी बच्चों को विभिन्न लाभुक योजनाओं की राशि मिल सकती है। क्योंकि शिक्षा विभाग ने लाभुक योजनाओं में विद्यार्थियों की 75 फीसदी हाजिरी की अनिवार्यता को इस बार के लिए हटाने का मन बनाया है। ऐसे में पहली से आठवीं तक के सभी नामांकित 1.66 करोड़ छात्र-छात्राओं को पोशाक के पैसे मिलेंगे। साथ ही नौवीं के सभी विद्यार्थियों को साइकिल के पैसे, जबकि नौवीं से 12वीं की सभी छात्राओं को पोशाक राशि मिलेगी।
गौरतलब है कि कोरोना के कारण राज्य के सभी स्कूल 14 मार्च से बंद हैं। इससे पिछले साल की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा भी नहीं हुई और बच्चे बिना परीक्षा ही अगली कक्षा में प्रमोट हो गए हैं। 28 सितम्बर से नौवीं से 12वीं की परामर्श कक्षाएं भी 33 फीसदी उपस्थिति के साथ आरंभ हुई तो उसमें भी अनुपस्थिति की अनिवार्यता नहीं थी। ऐसे में इस साल लाभुक योजनाओं के लिए हाजिरी को आधार बनाया ही नहीं जा सकता है। शिक्षा विभाग ने नामांकन के आधार पर लाभुक योजनाओं की राशि बच्चों के खाते में भेजने की अनुमति के लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा है। वित्त की मंजूरी के बाद इसे राज्य मंत्रिमंडल की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। शिक्षा के प्रधान सचिव संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की। कहा कि शीर्षस्तर से मंजूरी मिलने के बाद बच्चों के खाते में राशि जाएगी।
खबर के बाद बढ़ी विभाग की सक्रियता
करीब दो करोड़ को मिलेगा लाभ
ये हैं लाभुक योजनाएं
मुख्यमंत्री साइकिल योजना का लाभ 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 14 लाख छात्र-छात्राओं को प्रति छात्र 2500 रुपए के हिसाब से मिलेगा, जबकि बालिका पोशाक योजना के तहत 9वीं, 10वीं, 11वीं 12वीं के 12.50 लाख छात्राओं को प्रति छात्रा 1000 रुपए मिलेंगे। योजना के तहत विभाग केवल पोशाक की राशि छात्राओं के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
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