शिक्षा मंत्री-विजय कुमार चौधरी का बड़ा बयान.....शिक्षक अपनी चिंता हमपर छोड़ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान दे

●नए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा- शिक्षक अपना दायित्‍व निभाएं, उन्‍हें हक के लिए न्‍यायालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी....

●शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर कहा कि कि प्रदेश में शिक्षा के माहौल को और अधिक सुधारेंगे।शिक्षा की रीढ़ शिक्षक ही हैं।वे गुणवत्‍तापूर्ण शिक्षा दें उनकी वाजिब जरूरतों को हम पूरा करेंगे।



पटना..... शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने गुरुवार की दोपहर अपना पदभार ग्रहण किया। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार व विभाग के अन्य आला अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। पदभार ग्रहण करने के बाद श्री चौधरी ने कहा कि शिक्षक अपने दायित्व को निभाएं। हम उनकी वाजिब जरूरतों को देखेंगे। जो उनकी अनुमान्यता है उसके लिए उन्हें न्यायालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


शिक्षकों की परेशानी हम देखेंगे.....
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के माहौल में और अधिक सुधार हो इस पर वह काम करेंगे। इसके लिए सभी को प्रयास करना होगा। शिक्षा की रीढ़ होते हैं शिक्षक।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शिक्षकों पर ही निर्भर है। सरकार पर्याप्त आधारभूत संरचना उपलब्ध कराएगी। शिक्षकों की जो भी परेशानी है उसे हम देखेंगे। बिना किसी परेशानी के उन्हें वह सब कुछ उपलब्ध हो जाए जो उन्हें मिलना है। उनकी कोशिश यह होगी कि शिक्षकों के लिए बेहतर काम का माहौल बनाएं। इस लक्ष्य से समाज भी लाभान्वित होगा। समाज के विकास में शिक्षा का स्वाभाविक रूप से महत्व है। सरकार के स्तर पर इसके लिए जो भी काम किया जा सकता है वह काम किया जाएगा।

बिहार के पुराने गौरव को लौटाना लक्ष्य.....
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पुराने व गौरवशाली इतिहास वाले शिक्षण संस्थानों के गौरव को पुर्नस्‍थापित करना हमारा लक्ष्य है। इस क्रम में पटना विश्वविद्यालय की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय की पहचान इसके शिक्षकों से रही है। इसकी पहचान भवन की वजह से नहीं रही। उनकी यह कोशिश होगी कि अच्छे शिक्षक आएं। बिहार में बेहतर शिक्षित लोगों की कमी नहीं है। सही तरीका निकालने की कोशिश जरूरी है। शिक्षकों द्वारा पठन-पाठन ठीक ढंग से कराया जाए यह भी उनकी प्राथमिकता होगी। ऐसा नहीं है कि हमारे शिक्षक योग्य नहीं। सरकारी विद्यालयों में ही इस तरह का माहौल बना दिया जाए कि बच्चों को निजी स्कूल में भेजने की जरूरत नहीं पड़े।

Comments

  1. प्राणाम सर,बिल्कुल सर हम पहले भी खरे उतरे हैं धरातल पर और बच्चो को अपने बच्चे समझ कर पढा़या लिखाया , और आपके आशीर्वाद से आगे भी करूंगा
    बस सर तबादला करवा दिजिए बहुत परेशान रहता हूं मै माता पिता का भार मुझ पर ही है और वे वृद्ध अवस्था में है मैं 11 वर्षौ से घर से दूर विधालय में कार्यरत हूं सर जिसके कारण परिवारिक दायित्वों का निर्वहन नही कर पा रहा हूं सर
    अब शिक्षा मंत्री के पद पर है आशा भरी निगाहों से इंतजार है सर कि मुझे मानसिक ,आर
    आर्थिक, मानसिक, शारीरिक, और समाजिक शोषण से मुक्त किजिए सर

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