Breaking News:नीतीश सरकार के राज मे कैसी है सरकारी विद्यालयों मे शिक्षा की हालत....जाने कितना हुआ सुधार
शिक्षा के मोर्चे पर राज्य सरकार ने ड्रॉप आउट (Drop Out)बच्चों की संख्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया है।इसमें लगातार गिरावट आ रही है।शैक्षणिक सत्र 2012-13 में ड्रॉप आउट बच्चों का प्रतिशत 31.70 फीसदी था।2018-19 में 21.35 फीसदी रह गयी है।रिपोर्ट में बताया गया कि महामारी के बाद में अप्रैल से अगस्त 2020 के बीच 1.26 करोड़ लाभार्थियों को 146721 टन खाद्यान्न बांटा गया है।
स्पेशल फैक्ट :..........
▪︎बिहार में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 1990-91 में 66116 से 2018-19 में बढ़ कर 80018 हो गयी है।
▪︎1990-91 में प्रारंभिक शिक्षकों की संख्या 216674 थी जो 2018-19 में बढ़ कर 369105 हो गयी है।इस तरह प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या तीन दशकों में 70 फीसदी से अधिक बढ़ी है।
▪︎2019-20 में 1.66 करोड़ बच्चों को पाठ्य पुस्तक बांटी गयीं।
-▪︎उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने के लिए विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 88539 विद्यार्थियों को 1018 करोड़ बतौर ऋण के रूप में बांटे गये।
▪︎मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत 40651 स्नातक बालिकाओं को 101 करोड़ से अधिक दिये गये हैं।
Nice
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