ब्रेकिंग न्यूज:-ऑनलाईन जमा होंगे नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज(शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र).....certificate of niyojit teachers will be uploaded on web portal online
ऑनलाइन जमा होंगे नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज....
🔸️शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने की निगरानी और बिहार बोर्ड के अफसरों के साथ बैठक
🔸️होगा साॅफ्टवेयर का सिक्योरिटी ऑडिट
पटना......प्रदेश मे वर्ष 2006 से 2015 के बीच नियुक्त हुए करीब 53 हजार नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज की जांच के लिए बनाये गए साॅफ्टवेयर को शुक्रवार को हरी झण्डी दे दी गई।दरअसल 53 हजार शिक्षकों की दस्तावेजों को ऑनलाइन जमा करने के लिए शिक्षा विभाग ने एक विशेष साॅफ्टवेयर तैयार किया है।शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता मे हुई एक बैठक मे बताया गया कि इस साॅफ्टवेयर के उपयोग से पहले इसका सिक्योरिटी ऑडिट किया जाए।अगले पंद्रह दिन मे इस साॅफ्टवेयर के जरिये दस्तावेजों को ऑनलाइन जमा करने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। 53 हजार वह शिक्षक है जिन्होने शिक्षा विभाग को अपने शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक दस्तावेज जांच के लिए अभी तक पेश नही किए है।
फिलहाल शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता मे हुई बैठक मे शिक्षा विभाग,निगरानी विभाग और बिहार बोर्ड के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे।अपर मुख्य सचिव के समक्ष बिहार बोर्ड और निगरानी विभाग के अफसरो ने साॅफ्टवेयर मे कुछ तकनीकी सुझाव दिए।अपर मुख्य सचिव ने उसे स्वीकार कर लिया।उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन सुझावों को समाहित किया जाए।मीटिंग मे साॅफ्टवेयर के तकनीकी पहलुओं और दस्तावेजों की चल रही जांच प्रक्रिया के संबंध मे भी चर्चा की गई।उल्लेखनीय है कि 3 लाख 53 हजार 17 नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक दस्तावेजों की जांच पांच साल बाद भी पूरी नही हो सकी है।
खुद शिक्षक को देने होंगे दस्तावेज......................
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग 53 हजार शिक्षकों को नोटिस देकर दस्तावेज जमा करने के लिए कहेगा।दस्तावेज उपलब्ध कराने की जवाबदेही सीधे शिक्षक पर डाली गई है।अब नियोजन इकाई नही,खुद शिक्षक को अपने दस्तावेज जांच के लिए मुहैया कराने होंगे।ये शिक्षक अपने दस्तावेज उपलब्ध नही करा पाते है तो माना जाएगा कि उनके दस्तावेज फर्जी है।इस वेब पोर्टल पर नियोजित शिक्षकों को अपने फोल्डर के सभी दस्तावेज अपलोड करने होंगे।यही से विभिन्न बोर्ड उन दस्तावेजों को लेकर उनकी वैद्यता की जांच कर लेंगे।
पंद्रह दिनो मे साॅफ्टवेयर.....
"मीटिंग मे साॅफ्टवेयर को मंजूरी दे दी गई है।अगले पंद्रह दिन मे साॅफ्टवेयर प्रभावी हो जागा।मीटिंग मे विभिन्न सहयोगी इकाईयों की तरफ से आए सुझाव को उसमे समाहित किया जा रहा है।हालांकि,साॅफ्टवेयर के उपयोग से पहले इसका सिक्योरिटी ऑडिट भी कराया जाएगा।
संजय कुमार-अपर मुख्य सचिव,शिक्षा विभाग(बिहार)
Kahan hai.school gaya.
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