ब्रेकिंग न्यूज:-कोरोना(covid-19) के साथ साथ आर्थिक तंगी के साथ जुझ रहे है नियोजित शिक्षक ।। शिक्षक संघ....niyojit teacher is suffering from corana and economic problem

कोरोना के साथ साथ आर्थिक तंगी से जुझ रहे है बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षक

मोतिहारी.....बिहार प्रदेश प्रारंभिक शिक्षक संघ(BPPSS)  के कार्यकारी अध्यक्ष-नवलकिशोर सिंह  ने बयान जारी कर कहा कि सूबे के चार लाख नियोजित शिक्षक इस कोरोना महामारी के साथ साथ आर्थिक तंगी से जीने को विवश है लेकिन राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है।वर्तमान समय मे अल्पसंख्यक(मुस्लिम) भाईयों का रमजान का पवित्र महीना चल रहा है लेकिन पैसे के अभाव मे उनकी रोजमर्रा की सामाने खरीदने मे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
         श्री सिंह ने कहा कि अधिकांश जिलों मे फरवरी माह से ही वेतन बकाया है।जिस कारण शिक्षक काफी आर्थिक,मानसिक तथा शारीरिक रूप से परेशान है।बहुत ऐसे शिक्षक है जिनके परिजन बिमार है लेकिन वे पैसे के अभाव मे सही ईलाज नही करा पा रहे है।
         श्री सिंह ने राज्य सरकार से मांग किया कि यथाशीघ्र शिक्षकों के वेतन मद,नवप्रशिक्षित शिक्षकों का अंतर वेतन(एरियर) मद की राशि सभी जिलों को भेजी जाए ताकि इस वैश्विक महामारी कोरोना के बीच शिक्षकों को आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
       प्रदेश उपाध्यक्ष-बलराम राम एवम शैयद शकील अहमद  ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्तमान समय मे वैश्विक महामारी कोरोना पूरे राज्य मे दिन प्रतिदिन अपना तांडव मचा रही है।प्रतिदिन कोई न कोई शिक्षक साथी इसकी चपेट मे आकर दम तोड़ रहे है लेकिन सरकार अबतक विद्यालयों को पूर्णरूपेण बंद नही कर सकी है जो सरकार के तानाशाही रवैया को दर्शाता है।
        नेता द्वय ने कहा कि जिस तरह बच्चों के लिए विद्यालय बंद किए गए है उसी तरह यथाशीघ्र सरकार शिक्षकों को भी विद्यालय जाने की अनिवार्यता खत्म करे क्योंकि दूर-दराज के शिक्षक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम से विद्यालय जाते है जहां कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है।
     प्रदेश मीडिया प्रभारी-मृत्युंजय ठाकुर  ने वैश्विक महामारी कोरोना के फैलते स्वरूप को देखते हुए सरकार से मांग किया अविलंब राज्य सरकार विद्यालय को पूर्णतः बंद करने का कोई ठोस निर्णय ले।
       श्री ठाकुर ने कहा कि अबतक 50 से ज्यादा शिक्षक वैश्विक महामारी कोरोना का शिकार होकर असामयिक दम तोड़ चुके है लेकिन सरकार के स्तर से उनके परिजन को अबतक किसी भी स्तर से अनुग्रह राशि या अनुकम्पा का लाभ देने की कवायद शुरू नही की गई है जो काफी खेद का विषय है।सरकार शिक्षकों के प्रति संवेदनहीनता की सारी पराकाष्ठा तोड़ चुकी है।
         साथ ही श्री ठाकुर ने राज्य सरकार से मांग किया यथाशीघ्र कोरोना से मृत शिक्षकों के परिजन को 3000000₹(तीस लाख रुपए) अनुग्रह राशि तथा उनके आश्रृत को सरकारी नौकरी मुहैया कराए।
बिहार प्रदेश प्रारंभिक शिक्षक संघ(BPPSS) का राज्य के सभी शिक्षकों से अपील(वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर)......

1.घरों मे रहे-सुरक्षित रहे
2.अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकले
3.अपरिचित/अनजान व्यक्ति से हमेशा दूरी बनाए रखे
4.हमेशा मास्क,सैनेटाईजर,हैण्ड ग्लब्स आदि का प्रयोग करे
5.सर्दी,खांसी,जुकाम,बदन दर्द,बुखार आदि होने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेते हुए जो आवश्यक ईलाज हो उसे पूरा करे
6.कोरोना को लेकर कभी भी नकारात्मक सोच अपने दिमाग पर रखे,हमेशा सकारात्मक सोच रखे
7.अपनी सुरक्षा-अपने हांथ

Comments

  1. Betan nhi milne se ilaaz nhi kr pa rhy h sir

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  2. Vetan nhi milne ke Karan shikshak apna ilaaz nhi krwa pa rhy h sir

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  3. हम शिक्षकों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता प्रदर्शित करती है कि उनके लिए शिक्षक, शिक्षा का कोई मोल नहीं है।

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