ब्रेकिंग न्यूज:-शिक्षा विभाग की दो महत्वपूर्ण/बड़ी खबर ।। 13 मई 2021....two big news of education department

शिक्षक बहाली मे हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने चलाया ट्विटर कैंपेन 

🔸️दो वर्ष से 94000 शिक्षकों की बहाली लटकी हुई है

🔸️पहले कोर्ट मे चल रहे केस को लेकर इंतजार करना पड़ा था

पटना....कोरोना के चलते प्रदेश मे चल रहे लाॅकडाउन मे सरकार तक मांग पहुंचाने के लिए बुधवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने ट्विटर का जमकर इस्तेमाल किया है।बताते चले कि दो वर्ष से 94000 शिक्षकों की बहाली लटकी हुई है।सरकार बार-बार किसी न किसी केस का बहाना करके भर्ती को टाल रही है।बार-बार शिक्षक अभ्यर्थियों के निवेदन के बाद सरकार के स्तर पर उदासीनता बरती जा रही है।इसको लेकर अब कई सवाल भी उठने लगे है।पहले कोर्ट मे चल रहे केस के कारण अभ्यर्थियों को इंतजार करना पड़ा,अब कोर्ट के आदेश आने के बाद भी नियोजन इकाई की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
        बताया जा रहा है कि सरकार अब पंचायत चुनाव के बाद बहाली करना चाहती है।बहाली होगी भी या नही इसपर भी संशय बरकरार है।हद तो यह है कि सरकार के आगे न्यायपालिका के आदेश भी फींके पड़ने लगे है।इसी को ध्यान मे रखकर शिक्षक बहाली को लेकर राज्य भर के अभ्यर्थियों ने बुधवार को ट्विटर पर हैशटैग पीड़ित बिहार शिक्षक अभ्यर्थी के द्वारा ट्विटर अभियान चलाया।अभियान शुरू होने के कुछ ही घंटो के भीतर बिहार मे नम्बर एक ट्रेंड करने लगा।शिक्षक अभ्यर्थियों ने इस ट्विटर अभियान के जरिए जल्द से जल्द शिक्षक नियोजन को पूर्ण करने की मांग की है।इसके सपोर्ट मे विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस ट्विटर कैंपेन मे हिस्सा लिया।
      राजद(RJD) ने अपने ट्वीट मे लिखा कि विद्यालय मे शिक्षक नही,अस्पतालों मे डाॅक्टर नही,सरकार मे संवेदना नही,भ्रष्ट गैर-जिम्मेदार प्रशासन फिर भी सुशासन।इधर बिहार डीएलएड प्रशिक्षु परिषद् के फाउंडर शिवम प्रियदर्शी एवम विवेक कुमार ने भी कहा है कि इस तरह शिक्षक नियोजन मे हो रही देरी सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।अगर सरकार इसपर संज्ञान नही लेती है तो शिक्षक अभ्यर्थी फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

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राज्य मे स्कूलबंदी के बीच शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों के बच्चों को दी बड़ी राहत 

ई-लाइब्रेरी:बिहार मे 12वीं तक की किताबें ऑनलाइन    

🔸️मुख्यमंत्री ने कहा,आशा है ई-लाइब्रेरी से सभी को लाभ मिलेगा 

🔸️ऑनलाइन पढ़ने और किताबें डाउनलोड करने का भी विकल्प  

🔸️विषयवार किताबों के पाठ के साथ विडियो कंटेंट भी उपलब्ध

पटना....कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण जारी स्कूलबंदी के बीच राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के बच्चों को बड़ी राहत देते हुए नई पहल की है।बुधवार से विभाग ने ई-लाइब्रेरी की शुरुआत कर दी है।इसके माध्यम से कोई भी विद्यार्थी शिक्षा विभाग के बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् की वेबसाइट पर जाकर पहली से लेकर बारहवीं कक्षा तक की किताबों को ऑनलाइन पढ़ सकते है।चाहे तो उसे डाउनलोड भी कर सकते है।
      खास बात यह है कि विषयवार किताबों के पाठ के साथ ही शिक्षकों व विद्यार्थियों की सहुलियत के लिए हर पाठ से संबंधित विडियो कंटेंट भी दिए गए है।वेबसाइट bepclots.bihar.govt.in पर शिक्षकों व विद्यार्थियों को आसानी से ये किताबें मिलेंगी।गूगल प्लेस्टोर मे जाकर ई-लाॅट्स एप के माध्यम से मोबाइल पर डाउनलोड करने का भी विकल्प मौजूद है।

......नाम दिया गया है ई-लाॅट्स......

शिक्षा विभाग ने इस ई-लाइब्रेरी का नाम दिया है ई-लाॅट्स।अर्थात ई लाइब्रेरी ऑफ टीचर्स एंड स्टुडेंट्स।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संदेश के साथ इसके पन्ने खुलते है।फिर शिक्षा मंत्री-विजय कुमार चौधरी,अपर मुख्य सचिव-संजय कुमार और बीईपी के राज्य परियोजना निदेशक-संजय सिंह की बातें है।तदोपरांत सभी कक्षाओं की किताबें उपलब्ध है।ई-लाइब्रेरी की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री-नीतीश कुमार ने कहा है कि कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के डिजिटल शिक्षा के लिए शिक्षा विभाग द्वारा विकसित पोर्टल ई-लाॅट्स:ई लाइब्रेरी ऑफ टीचर्स एंड स्टुडेंट्स का राज्य के प्रतिभावान शिक्षकों एवम बच्चों के उपयोग के लिए शुभारंभ किया जा रहा है।आशा है कि इससे सभी को लाभ मिलेगा।
......छात्रों व शिक्षकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा......

शिक्षा मंत्री ने कहा है कि कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के डिजिटल एवम ऑनलाइन शिक्षण मे सहयोग के लिए विकसित पोर्टल ई-लाॅट्स को उपयोग के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है।आशा है हमारे विद्यार्थियों,शिक्षकों  एवम अन्य सभी के लिए उपयोगी एवम लाभदायक सिद्ध होगा।
        अपर मुख्य सचिव-संजय कुमार ने कहा कि कोविड-19 के कारण विद्यालयों का संचालन प्रभावित हुआ है।ऐसी स्थिति मे कक्षा 1 से 12 के विद्यार्थियों के पठन-पाठन के लिए डिजिटल एवम ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है।बीईपी द्वारा ई-लाॅट्स का विकास किया गया है।उम्मीद है सभी हितधारक इससे लाभान्वित होंगे।
       बीईपी(BEP) के निदेशक-संजय सिंह ने कहा कि बीईपी ने यूनिसेफ और एससीईआरटी(SCERT) के संयुक्त प्रयास से ई कंटेंट विकसित एवम व्यवस्थित किया है।

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