शिक्षकों ने अभिभावकों से कहा,घर पर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें ■ शिक्षक और अभिभावकों ने एक-दूसरे के समक्ष खुलकर अपनी बातें रखी। ■ कुछ अभिभावकों ने स्कूलों मे जरूरत से अधिक छुट्टी होने की भी शिकायत की।


शिक्षकों ने अभिभावकों से कहा,घर पर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें   

शिक्षक और अभिभावकों ने एक-दूसरे के समक्ष खुलकर अपनी बातें रखी।   

कुछ अभिभावकों ने स्कूलों मे जरूरत से अधिक छुट्टी होने की भी शिकायत की।

पटना....शिक्षकों ने अभिभावकों से बच्चों के शैक्षणिक विकास मे मदद की अपील की। उन्होने कहा है कि स्कूलों मे तो वे बच्चों पर मेहनत कर हीं रहे है, घर पर अभिभावक उनकी सहायता करे। वे बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करे। उन्हे स्कूल के पठन-पाठन का सतत अभ्यास घर पर ही करने को प्रोत्साहित करें और खुद इस पर नजर रखें। 
  
    गुरूवार को सूबे के 72 हजार स्कूलों मे शिक्षक स्कूली बच्चों के अभिभावकों से रूबरू हुए। कक्षा 3 से 5 तक के छात्र-छात्राओं के लिए "अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी" आयोजित की गई थी। इसमे शिक्षक और अभिभावकों ने एक-दूसरे के समक्ष खुलकर अपनी बातें रखी। इस अवसर पर अभिभावकों के सामने बच्चों ने अपनी प्रस्तुति भी दी। इससे अभिभावक खूब प्रभावित हुए। 

      इसके पहले अभिभावकों ने शिक्षकों से बच्चों की समस्याओं पर चर्चा की। कई स्थानों पर अभिभावकों ने सिलेबस पूरा न हो पाने की शिकायत की। अभिभावकों ने कहा कि कुछ विषयों मे पढ़ाई पूरी नही हो पाती। इससे बच्चों को परेशानी होती है। कई स्थानों पर शिक्षकों की कमी का भी मामला सामने आया। अभिभावकों ने बताया कि कई पीरियड मे शिक्षक ही नही होते। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। कई स्कूलों मे अभिभावकों ने अंग्रेजी और गणित मे अपने बच्चों के कमजोर होने की शिकायत की। उन्होनें शिक्षकों से अनुरोध किया कि इन विषयों पर अधिक ध्यान दिया जाए। 

बच्चों मे पढ़ने की ललक पैदा हुई,शिक्षकों का आभार जताया....   
कुछ अभिभावकों ने स्कूलों मे जरूरत से अधिक छुट्टी होने की शिकायत भी की। हालांकि कई स्कूलों मे अच्छे शिक्षकों की अभिभावकों द्वारा जमकर प्रशंसा भी की गई। यह भी कहा कि शिक्षकों के कारण उनके बच्चों मे पढ़ने की ललक पैदा हुई है। उन्होने इसके लिए शिक्षकों का आभार भी व्यक्त किया। अभिभावकों ने कहा कि उन्हे विश्वास है कि आगे बच्चों के शैक्षणिक विकास मे उनकी भूमिका अहम रहेगी। 
      पिछले दिनो प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने आयोजन को लेकर इसकी अधिसूचना जारी की थी। इसमे कहा गया था कि 22 दिसंबर को महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुज का जन्म दिवस है।लिहाजा,संगोष्ठी के लिए इस दिन का चयन किया गया है। शिक्षा विभाग ने पिछले दिनो हर स्कूल मे हर वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी करने का निर्णय लिया था।इसके तहत पूर्व मे ही पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित हो चुकी थी और पिछले दिनो 22 दिसंबर को वर्ग 3 से 5 तक के बच्चों के अभिभावकों के साथ अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी भी आयोजित की गई। यह क्रम आगे भी इसी तरह चलता रहेगा।

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