राज्य के सभी प्रारंभिक विद्यालयों (वर्ग 1से 8 तक) मे अप्रैल तक पौने दो करोड़ बच्चों को मिलेंगी किताबें !
राज्य के सभी प्रारंभिक विद्यालयों (वर्ग 1से 8 तक) मे अप्रैल तक पौने दो करोड़ बच्चों को मिलेंगी किताबें !
■ वर्ग 1से 8 तक के बच्चों को 3 साल बाद मिलेंगी किताबें
■ पिछले चार वर्षों से किताब की जगह दिये जाते थे पैसे
पटना.... स्कूली बच्चों को अप्रैल तक किताबें मिल जाएंगी। वर्ग एक से आठवीं तक के पौने दो करोड़ बच्चों को पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराने के लिए शिक्षा विभाग युद्धस्तर पर जुट गया है। चार वर्षों के बाद कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को सरकार किताबें उपलब्ध कराने जा रही है।
पिछले चार वर्षों से स्कूली बच्चों को सरकार किताब खरीदने के लिए पैसे देती थी,लेकिन इसकी रिपोर्ट गड़बड़ आने के बाद विभाग ने छात्र-छात्राओं को पैसे के स्थान पर फिर से किताबें देने का फैसला किया है। वर्ष 2018 मे राज्य सरकार ने वर्ग 1 से 8 तक के स्कूली छात्र-छात्राओं को किताब के बदले पैसे देना शुरू किया। हालांकि पहले राज्य सरकार बच्चों को किताब ही देती थी। लेकिन उसमे कई तरह की समस्या आ रही थी।
प्रकाशकों मे समन्वय का अभाव, पुस्तक छपाई मे विलंब, समय पर छात्रों तक पुस्तक नही पहुंचने के कारण बड़ी संख्या मे बच्चे किताब से वंचित रह जाते थे। लिहाजा,सरकार ने बच्चों को किताब के स्थान पर पैसे देना शुरू किया। इसके तहत वर्ग 1 से 4 तक के बच्चों को 250 रूपए जबकि वर्ग 5 से 8 तक के बच्चों को 400 रूपए दिए गए लेकिन इसका परिणाम और खराब आया।
पिछले चार वर्षों मे छात्र-छात्राओं ने अधिकतम 30-35 फीसदी किताबें ही खरीदी। पहले साल 13 फीसदी, दूसरे साल 19 फीसदी, तीसरे साल 11 फीसदी बच्चों ने ही किताबें खरीदी। जबकि इस दौरान शिक्षा विभाग ने बच्चों के खाते मे लगभग 1600 करोड़ की राशि भेजी।
◾ हमारा लक्ष्य है कि अप्रैल तक स्कूली बच्चों को किताबें मिल जाए।हम चाहते हैं कि नए साल मे जब स्कूलों मे पढ़ाई शुरू हो तो उनके पास किताबें हो।इसे लेकर तैयारी चल रही है।
दीपक कुमार सिंह,अपर मुख्य सचिव (शिक्षा विभाग)
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