राज्य के 22 जिलों मे बनेंगे शिक्षा भवन, एक छत के नीचे होंगे सभी कार्यालय। ☆ शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव पर दे दी है सहमति


राज्य के 22 जिलों मे बनेंगे शिक्षा भवन, एक छत के नीचे होंगे सभी कार्यालय 

शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव पर दे दी है सहमति 

पटना.... राज्य सरकार 22 जिलों मे शिक्षा भवन बनवाएगी। शिक्षा विभाग ने इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी है। सीतामढ़ी,लखीसराय,मधुबनी,बक्सर और औरंगाबाद जिले मे शिक्षा भवन निर्माण के लिए 23 करोड़ रूपए मंजूर किये गये हैं। जल्द ही इन जिलों मे निर्माण कार्य शुरू हो सकेंगे जबकि अन्य 17 जिलों पूर्णिया, कटिहार, नालंदा, बेगूसराय, सुपौल,मधेपुरा,अररिया,रोहतास,जमुई,मुंगेर,शिवहर,बांका,पूर्वी चम्पारण,शेखपुरा,नवादा,खगड़िया और किशनगंज मे भी शिक्षा भवन बनाने के लिए प्राक्कलन तैयार कर लोक वित्त समिति को भेजा गया है। इन 17 जिलों मे शिक्षा भवन निर्माण के लिए 83 करोड़ खर्च किया जाना प्रस्तावित है। वित्त समिति से स्वीकृति के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

      दरअसल,प्रत्येक जिले मे एक शिक्षा भवन बनाने की राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसी क्रम मे पहले 5 जिलों मे और फिर 17 जिलों मे इसके निर्माण की योजना बनायी गई है। सरकार की योजना एकीकृत व्यवस्था के तहत विभाग का संचालन करना है ताकि शिक्षा विभाग से जुड़े सारे उपविभाग एक छत के नीचे काम कर सकें। इससे कार्य निष्पादन मे तीव्रता होगी तथा आम जनमानस को भी सहूलियत होगी।

बेहतर कार्य संपादन के लिए शिक्षा भवन आवश्यक......  
इस समय जिलों मे शिक्षा विभाग के ऑफिस अलग अलग जगहों पर है। इस वजह से समन्वय स्थापित करने मे परेशानी होती है। पिछले कई वर्षों मे काफी तादाद मे शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इस वर्ष भी बड़ी संख्या मे शिक्षकों की नियुक्ति की योजना है। 
      शिक्षकों की नियुक्ति एकीकृत व केंद्रीयकृत तरीके से होगी जहां अभिलेखों का संधारण जिला और मुख्यालय स्तर पर किया जाना है। वैसे परिवेश मे प्रत्येक जिले मे शिक्षकों का कार्य बल अधिक होगा। शिक्षकों से जुड़े हुए अभिलेखों, दस्तावेज, प्रमाणपत्रों आदि के रखरखाव के लिए शिक्षा भवन का निर्माण किया जा रहा है।

एक जैसी डिज़ाइन और अत्याधुनिक होंगे भवन.......  
नवनिर्मित भवन आत्याधुनिक तरीके से बनेंगे। ये भूकंपरोधी होंगे और रेनवाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा से युक्त होंगे। सरकार का प्रयास है कि ऐसे नवनिर्मित भवन की संरचना अद्वितीय एवं ऐतिहासिक हो। शिक्षा भवन का नक्शा बनाने वाले आर्किटेक्ट एवं और विभागीय अभियंताओं को भी यह निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक जिलों मे इसका डिजाइन समरूप हो। वहीं भवन बनाने की जिम्मेदारी बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना लिमिटेड को दी गई है।

   ◾प्रत्येक जिले मे शिक्षा भवन बनने से विभाग के अंदर और अन्य विभागों के साथ समन्वय मे सुविधा होगी। साथ ही कार्यक्षमता मे भी वृद्धि होगी। एक छत के नीचे शिक्षा विभाग के सभी कार्य संचालित होने से विभाग का प्रबंधन भी बेहतर हो सकेगा।
   प्रो.चंद्रशेखर,शिक्षा मंत्री 
    

Comments