80 हजार शिक्षकों के फोल्डर मे मेधा सूची नही, निगरानी जांच मे हुआ खुलासा ! ■ कोर्ट के आदेश पर मेधा सूची से करना था बहाल शिक्षकों के अंको का मिलान
80 हजार शिक्षकों के फोल्डर मे मेधा सूची नही, निगरानी जांच मे हुआ खुलासा !
■ कोर्ट के आदेश पर मेधा सूची से करना था बहाल शिक्षकों के अंको का मिलान
■ सबसे अधिक सिवान, सुपौल, अररिया और नवादा मे मेधा सूची गायब
● 3700 फोल्डर मुजफ्फरपुर मे है बिना मेधा सूची वाले
● 9 साल से चल रही है शिक्षकों की फर्जी बहाली की जांच
मुजफ्फरपुर.... 80518 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फोल्डर से मेधा सूची गायब है। नियोजित शिक्षकों की निगरानी जांच मे जिला समेत सूबे के ये फोल्डर बिना मेधा सूची के ही मिले हैं। कोर्ट के आदेश पर मेधा सूची से शिक्षकों के अंको का मिलान करना था। प्रारंभिक शिक्षकों के 79 हजार से अधिक फोल्डर मे मेधा सूची है ही नही। इन शिक्षकों के फोल्डर को वापस करते हुए विभाग ने अधिकारियों से जवाब तलब मांगा है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश ने मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों के डीईओ और डीपीओ स्थापना से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट के आदेश पर 2014 से ही शिक्षकों की फर्जी बहाली को लेकर सर्टिफिकेट जांच की प्रक्रिया चल रही है। गायब मेधा सूची मे सबसे अधिक मामले प्रारंभिक बहाली के हैं। माध्यमिक मे 474 फोल्डर से मेधा सूची गायब है। जिले मे 3706 फोल्डर बिना मेधा सूची के है। सबसे अधिक सीवान, सुपौल, अररिया और नवादा मे मेधा सूची गायब है। अब आवेदन समेत अन्य कागजात के आधार पर जांच को लेकर अधिकारी तलब किए गए हैं। सीवान मे 9452, सुपौल मे 5643, अररिया मे 5681, नवादा मे 4895 और पटना मे 3582 फोल्डर मे मेधा सूची नही है। मधुबनी मे 3499, दरभंगा मे 3248 तथा भागलपुर मे 4402 फोल्डर मे मेधा सूची नही है।
सभी रिकॉर्ड मे एक समान अंक पर ही सही बहाली......
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने निर्देश दिया है कि जिन फोल्डर मे मेधा सूची नही है,उन शिक्षकों की बहाली को लेकर दिए आवेदन, नियोजित शिक्षक विवरणी, नियोजन पत्र, कार्यवाही पंजी, काउंसलिंग पंजी समेत अन्य कागजात के अंक से मिलान होगा और अगर सभी मे एक समान अंक होगा तो बहाली सही मानी जाएगी। इसके तहत डीपीओ जांच करेंगे कि फोल्डर मे शिक्षक का हस्ताक्षर युक्त आवेदन प्रपत्र जो जांच कराया गया है, उसमे वही अंक है कि नही जो नियोजन के समय अंक पत्र दिया गया। इसके अलावा डीपीओ द्वारा सत्यापित और प्रमाणित कर उपलब्ध कराए गए आवेदन पंजी मे वही अंक अंकित है कि नही जो नियोजन के समय दिए गए अंक पत्र मे है। काउंसलिंग पंजी और कार्यवाही पंजी पर दर्ज अंक से भी इसका मिलान किया जाएगा।
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