परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की मांग, बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा ही हो वार्ता का मुद्दा। ● 5 अगस्त को होगी महागठबंधन के विधानमंडल दल की बैठक ● बैठक मे सामिल होंगे जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस एवं भाकपा माले के नेता
परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की मांग, बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा ही हो वार्ता का मुद्दा।
● 5 अगस्त को होगी महागठबंधन के विधानमंडल दल की बैठक
● बैठक मे सामिल होंगे जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस एवं भाकपा माले के नेता
पटना..... नियोजित शिक्षकों के कई मसलों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई पहल पर परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। संघ के कार्यकारी प्रदेश संयोजक नवनीत कुमार एवं प्रदेश संगठन महामंत्री शिशीर कुमार पाण्डेय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि शिक्षक अपनी मांगो को लेकर सरकार की ओर से वार्ता की उम्मीद कर रहे थे लेकिन सरकार की ओर से अब तक शिक्षक संगठनों से वार्ता को लेकर कुछ नही कहा गया है।
नेता द्वय ने कहा कि संगठन लगातार एक ही मांग किया है कि सभी शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए। इसमे किसी भी प्रकार का अनुभव या कार्य अवधि की बाध्यता नही लगानी चाहिए बल्कि राज्य के सभी पंचायतीराज एवं नगर निकाय अंतर्गत नियुक्त शिक्षक को एकसाथ बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए। साथ ही साथ हम शिक्षकों को वर्षों से लंबित प्रमोशन और ऐच्छिक ट्रांसफर की सुविधा का भी लाभ दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री के साथ साथ महागठबंधन मे सामिल सभी घटक दलों से उम्मीद है कि शिक्षकों की एक मात्र और पुरानी मांग राज्यकर्मी का दर्जा देने पर बैठक मे आपसी सहमति जरूर बनाएंगे एवं 15 अगस्त के अवसर पर यह सौगात सूबे के शिक्षकों को जरूर देंगे।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने कहा कि महासंघ यह उम्मीद करता है कि मुख्यमंत्री ने जो बैठक आयोजित की है उसमे बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा देने के मुद्दे पर ही वार्ता हो। अगर सरकार के तरफ से किसी भी तरह की शर्त रखी गई तो वह हमे मंजूर नही होगा।अगर सभी नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा देने पर सरकार राजी नही हुई तो संघ इसका पुरजोर विरोध करेगा एवं आगामी लोकसभा चुनाव एवं विधानसभा चुनाव मे सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
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