छात्रों की कॉपी देखकर अधिकारी तय करेंगे शिक्षकों की उपलब्धियां। शिक्षक क्लास में क्या पढ़ाएं, इसकी निगरानी करेंगे अफसर।
छात्रों की कॉपी देखकर अधिकारी तय करेंगे शिक्षकों की उपलब्धियां।
शिक्षक क्लास में क्या पढ़ाएं, इसकी निगरानी करेंगे अफसर।
Education Desk..... सरकारी विद्यालयों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा कई तरह के दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। विभाग के वरीय से लेकर कनीय अधिकारी तक सक्रिय हो गए हैं, पढ़ाई में अब शिक्षकों की मनमानी नही चलेगी।
शिक्षकों को केवल अटेंडेंस बना देने भर से राहत नही मिलेगी। विद्यालय में उनकी दिनभर की उपलब्धियों की जांच भी की जायेगी। किस शिक्षक ने क्या पढ़ाया, यह देखने के लिए निरीक्षण पर निकले पदाधिकारी छात्रों की काॅपी चेक करेंगे। क्लास में क्या पढ़ाया गया और उसको शिक्षक ने देखा या नही, इसकी निगरानी होगी।
साथ ही बच्चों को होम वर्क दिया गया या नही और बच्चे जो घर से लिखकर लाए हैं, उसे शिक्षक ने देखा या नही। इसकी भी जांच होगी। शिक्षकों की कार्यशैली सुधारने के लिए विभाग की ओर से नया निर्देश जारी किया गया है।
सरकारी स्कूलों मे पठन-पाठन को दुरुस्त करने के लिए यह खास फाॅर्मूला अपनाया गया है। इसके लिए छात्रों के नोटबुक की जांच का निर्देश दिया है। शिक्षक क्या पढ़ाते हैं, इसका लेखा-जोखा छात्रों के नोटबुक से निकलेगा। स्कूल का निरीक्षण करने के लिए जो अधिकारी जाएंगे, उन्हे अब बच्चों की काॅपी भी देखनी है।
शिक्षक स्कूलों मे रोजाना क्या पढ़ाते हैं, कितना टास्क देते हैं, छात्र किन पाठों को पढ़े हैं और पढ़ाई के कुल कितने घंटे हुए है। इन तमाम चीजों का खुलासा छात्रों की काॅपी देखते ही कर लेंगे।
स्कूलों मे जब निरीक्षण के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी जाएंगे तो वे सामान्य हाजिरी आदि चेक करने के अतिरिक्त यह खास काम भी करेंगे। इसमें छात्रों की काॅपी चेक करनी होगी। यह भी देखना है कि किसी शिक्षक ने पिछले दिनों क्या पढ़ाया है। वहीं शिक्षकों के पढ़ाने की शैली पर भी विभाग की पूरी नजर है।
इसको लेकर पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिया गया है। इसमे कहा गया है कि जो शिक्षक बच्चे को सही ढंग से नही पढ़ा पा रहे हैं, उनका नाम संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रस्तावित करे। ऐसे शिक्षकों के लिए विभाग के स्तर पर विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। प्रधानाध्यापकों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे शिक्षकों के पढ़ाने के तरीकों का मूल्यांकन करेंगे।
शिक्षा, शिक्षक एवं शिक्षा विभाग से जुड़ी ख़बरें सबसे पहले आप तक।
Comments
Post a Comment