शिक्षकों के स्थानांतरण-पदस्थापन में अभी देर, ढ़ाई महीने में भी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी नीति बनाने वाली कमेटी


शिक्षकों के स्थानांतरण-पदस्थापन में अभी देर, ढ़ाई महीने में भी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी नीति बनाने वाली कमेटी 
● 15 दिनों में ही कमेटी को रिपोर्ट सौंपने का मिला था टास्क 

पटना....  शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन के साथ ही अनुकंपा पर नियुक्ति की नीति बनाने को लेकर 2 जुलाई 2024 को शिक्षा विभाग ने कमेटी गठित की थी। कमेटी गठन को लेकर जारी पत्र में कहा गया था कि 15 दिनों में यह अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर विभाग निर्णय लेगा।

    ढ़ाई महीने बाद भी कमेटी की रिपोर्ट को अंतिम रूप नही दिया जा सका है। इससे साफ है कि शिक्षकों के स्थानांतरण और अनुकंपा पर मृत शिक्षकों के आश्रितों की नियुक्ति में अभी देर होगी। विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में यह कमेटी गठित की है। इसमें माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा के निदेशक सदस्य हैं। ये दोनों निदेशक भी अब नये आ गये हैं। कमेटी की कई बार बैठक भी हो चुकी है। इसमें उक्त दोनों मामलों के लिए नीति का एक प्रारूप तैयार कर लिया गया है। अभी संशोधन पर मंथन चल रहा है। यहीं वजह है कि अब तक कमेटी अंतिम नतीजे पर नही पहुंच सकी है।

    शिक्षक दिवस के दिन शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने घोषणा की थी कि शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए उदार नीति तैयार की जा रही है। इस संबंध में विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि एक बार नये सिरे से स्थानांतरण नीति को अंतिम रूप देने पर तेजी से कार्रवाई शुरू हुई है। इसके बाद विभागीय प्रमुख और मंत्री के अनुमोदन के बाद नीति पर कैबिनेट से स्वीकृति ली जाएगी। इसके बाद ही नीति के आधार पर शिक्षकों का पदस्थापन और स्थानांतरण होगा। साथ ही अनुकंपा पर मृत शिक्षकों के आश्रितों की नियुक्ति का रास्ता भी साफ होगा।

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