18 साल बाद शिक्षकों का तबादला सॉफ्टवेयर से, नई तबादला नीति के तहत सॉफ्टवेयर बनाने पर विभाग ने शुरू किया मंथन


18 साल बाद शिक्षकों का तबादला सॉफ्टवेयर से, नई तबादला नीति के तहत सॉफ्टवेयर बनाने पर विभाग ने शुरू किया मंथन

● शिक्षकों को स्कूल का आवंटन साॅफ्टवेयर से ही होगा।
● शिक्षकों को विकल्प में नही देना है स्कूल का नाम। 

पटना..... राज्य के शिक्षकों की स्थानांतरण और पदस्थापन नीति लागू करने के बाद शिक्षा विभाग अब आगे की तैयारी में जुट गया है। शिक्षकों के तबादले साॅफ्टवेयर से होंगे। इसे लेकर विभाग के संबंधित पदाधिकारियों के बीच साॅफ्टवेयर बनाने पर मंथन शुरू हो गया है।

     इस नीति से खासकर नियोजित शिक्षकों को 18 सालों बाद अपने नियोजन इकाई से बाहर भी पदस्थापित होने का मौका मिला है। शिक्षा मंत्री ने दिसंबर तक नये स्कूल आवंटन की घोषणा की है। इसको लेकर शिक्षा विभाग की कोशिश है कि जल्द से जल्द शिक्षकों से उनके स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर आवेदन लेने की तिथि जारी की जाय। स्थानांतरण और पदस्थापन के लिए शिक्षकों को दस विकल्प देने का प्रावधान किया गया है।

      हालांकि, शिक्षकों को स्कूल का विकल्प नही देना है। कोई भी शिक्षक नई नीति के अनुसार जिला,अनुमण्डल, प्रखण्ड, पंचायत और नगर निकाय का विकल्प दे सकते हैं। कौन शिक्षक किस स्कूल में जाएंगे, इसका आवंटन साॅफ्टवेयर के माध्यम से होगा। 

   मालूम हो की पुराने वेतनमान वाले और बीपीएससी के माध्यम से बहाल शिक्षकों का नई नीति के तहत स्थानांतरण होगा। वहीं, सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं,बल्कि उनका पदस्थापन होगा। इस नये पदस्थापन के साथ ही नियोजित शिक्षक अब पूरी तरह से सरकारी शिक्षक माने जायेंगे। सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण और काउंसलिंग पूरा करने वाले नियोजित शिक्षकों का ही इस नीति के तहत पदस्थापन होगा।

Comments