सरकारी विद्यालयों में पूर्णतया लागू होगी शिक्षक मार्गदर्शिका.... अगले सत्र (2025-26)से लागू करने की तैयारी
सरकारी विद्यालयों में पूर्णतया लागू होगी शिक्षक मार्गदर्शिका.... अगले सत्र (2025-26)से लागू करने की तैयारी
● ब्लैकबोर्ड पर उपस्थित अनुपस्थित बच्चों की अंकित होगी संख्या
● प्रधानाध्यापक के साथ बैठ कर उस दिन की शिक्षण योजना पर विमर्श करेंगे
पटना.... नये शैक्षणिक सत्र से राज्य के सभी 81 हजार सरकारी विद्यालयों में प्रबंधन की व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी। इसके अंतर्गत शिक्षक मार्गदर्शिका के पूर्णतया अनुपालन की तैयारी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है। प्रत्येक विद्यालय में छात्र उपस्थिति के साथ ही विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन एवं अभिभावक प्रबंधन लागू होगा। शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे पोशाक में अपने बस्ते में विद्यालय की समय-सारिणी के अनुसार सभी विषयों की पाठ्य-पुस्तकें, नोटबुक, पेंसिल बाॅक्स, पानी के बोतल के साथ स्नान कर कटे-संवरे बाल एवं कटे नाखून में आए।
शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य में पहली से बारहवीं कक्षा तक सरकारी विद्यालयों में शिक्षक मार्गदर्शिका सख्ती से लागू कराई जाएगी। इन विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या 1 करोड़ 84 लाख 36 हजार 388 है। विद्यालय प्रबंधन के तहत कक्षा प्रारंभ के 10 मिनट पहले शिक्षक आयेंगे। विद्यालय परिसर में ई-शिक्षाकोष के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। प्रधानाध्यापक के साथ बैठ कर उस दिन की शिक्षण योजना पर विमर्श करेंगे। चेतना सत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए छात्रों को अनुशासित रखेंगे।
चेतना सत्र में नैतिक मूल्यों पर चर्चा करेंगे। शिक्षक-अभिभावक बैठक होगी। कक्षा प्रबंधन के तहत ब्लैकबोर्ड पर हर दिन तिथि, विषय एवं उपस्थित-अनुपस्थित बच्चों की संख्या अंकित होगी। वर्ग शुरू होने से पांच मिनट पहले संबंधित कर्मी से वर्ग कक्ष की सफाई कराई जाएगी। कक्षा में अधिक बच्चे होने पर सेक्शन की व्यवस्था होगी। शिक्षक पाठ्य योजना का दृढ़ता से पालन करेंगे। अभ्यास पुस्तिका एवं लेखन पुस्तिका अद्यतन कराएंगे। हर हफ्ते बच्चों का साप्ताहिक जांच होगा। उसके बाद प्रश्न पत्र, क्वेश्चन बैंक शिक्षक खुद तैयार करेंगे। क्लास में पाठ्य पुस्तकों के पठन पर विशेष बल होगा। शिक्षक अंग्रेजी भाषा में संप्रेषण कौशल विकसित करेंगे। हर तीन माह पर बच्चों को प्रोग्रेस कार्ड मिलेंगे। बच्चों को नियमित रूप से होम वर्क मिलेंगे। हर दिन स्कूल छोड़ने से पहले अगले दिन की पाठ योजना तय करेंगे।
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